10 दिसम्बर को पंजाबी फिल्म ‘मरजाने’ सिनेमाघरों में रिलीज होने जा रही है। जिसमें ‘जीत सिंह’ नेगेटिव रोल कर रहे हैं। पंजाब के एक छोटे से गांव में रहने वाले जीत सिंह पहले कई फिल्मों और वेब सीरीज में काम कर चुके हैं। थियेटर से भी उनका नाता रहा है। जीत सिंह से आज बॉलीवुडलोचा टीम ने लंबी बातचीत की उसके कुछ अंश हम आपके लिए लेकर आए हैं।
सवाल- फिल्म ‘मरजाने’ में दर्शक आपको किस तरह देखेंगे?
जवाब – इस फिल्म में मेरा कैरेक्टर चरना घोघड़ नाम के एक आदमी का है। घोघड़ एक पक्षी का नाम होता है। एक ऐसा पक्षी, जो बदनाम है गंदगी खाने के लिए। इस तरह मेरा इस फिल्म में निगेटिव रोल देखने को मिलेगा। इसमें ड्रग्स की पैरलल कहानी भी है। मेरा जो किरदार है उसकी वजह से काफी उथल पुथल होती है कहानी में। जो मुख्य किरदार में हीरो है उसकी जिंदगी में। किस तरह उस हीरो के लिए परेशानियां डालने वाला है यह किरदार वो आप इसमें देख सकेंगे। और इसमें जो मुझे रोल दिया गया है वह मेरे असली रूप से एकदम जुदा है। शायद कोई मेरे लुक को आसानी से पकड़ भी ना पाए क्योंकि जिस तरह का किरदार मुझे मिला है और जिस तरह से पर्दे पर दिया गया है वह मेरे असल जीवन से कहीं भिन्न है।
सवाल – ट्रेलर की कहानी से जो समझ आता है क्या कहानी में उसके अलावा भी कुछ अलग देखने को मिलेगा? या कहीं उड़ता पंजाब के ढर्रे पर तो यह फिल्म नहीं चलेगी?
जवाब – नहीं ऐसा नहीं है। लेकिन फिर भी कुछ ना कुछ समानताएं तो कहीं ना कहीं से आती ही हैं। जैसी पंजाब की पृष्ठभूमि है समानता सिर्फ उससे इतनी है कि इसमें ड्रग्स है। इसमें किसी गलत बात का महिमामंडन नहीं किया गया है। जो सही है वह सही है और जो गलत है वह गलत है। पंजाब की जो युवा पीढ़ी है उसके सामने काफी सारी समस्याएं आती हैं। जिसमें से एक ड्रग्स भी है और जो दूसरी बड़ी समस्या है वह गलत रास्ते पर चलना। उन्हें आगे कैसे इस्तेमाल किया जाता है? सिस्टम के द्वारा। जब तक वे काम के होते हैं तब तक उनसे मतलब रखा जाता है। बाद में इन्हें बेदखल या अलग-थलग कर दिया जाता है। कुछ इसी तरह की कहानी है इसमें भी। जो फिल्म का हीरो है गुग्गु गिल (सिप्पी गिल) उसकी और उसके दोस्तों की कहानी है। प्रेम प्यार का एंगल भी है हल्का-फुल्का। लेकिन इन सबसे अलग सामाजिक ढांचे के ताने-बाने को लेकर यह फिल्म चलती है।
सवाल – इस फिल्म के लिए आपकी कास्टिंग कैसे हुई?
जवाब – मैंने इस फिल्म के डायरेक्टर अमरदीप सिंह गिल के साथ इससे पहले उनकी फिल्म जोरा 10 नंबरिया में काम किया है। उन्हें मेरे अंदर क्षमता नजर आयम उनसे लगातार मिलना भी होता रहता था। उन्हें मेरी लगन, मेहनत ने भी प्रभावित किया। तो उन्होंने मुझे यह नेगेटिव रोल करने के लिए ऑफर किया। मैं भी उनके साथ काम करना चाहता था। तो उन्होंने मुझे कैरेक्टर के हिसाब से जो कुछ कहा, उसी हिसाब से मैंने खुद को ढालना शुरू किया। दाढ़ी, मूंछ बढ़ाना, वजन बढ़ाना जैसी तमाम बातें। इस तरह से यह रोल मिला। हालांकि फिल्म कोरोना के कारण काफी देर से भी आ रही है। इस बीच मुझे उस करैक्टर में आने के लिए दूसरे काम भी छोड़ने पड़े लेकिन यह फ़िल्म मेरे लिए काफी महत्वपूर्ण भी है।
सवाल – इंडस्ट्री में आप की शुरुआत कैसे हुई अपने अब तक के कामों से संतुष्ट हैं?
जवाब – मेरी शुरुआत इंडस्ट्री में होने से पहले मैंने पहले थिएटर किया दिल्ली में। मुझे इस बारे में हालांकि उस समय ज्यादा नहीं पता थाम बचपन में जरूर इच्छा थी कि एक्टर बनना है। लेकिन बनना कैसे है? उसकी जानकारी नहीं थी। क्या स्किल होने जरूरी है? जैसी बेसिक बातें भी बाद में मालूम हुईं, जैसे-जैसे मेरी यात्रा इस दिशा में आगे बढ़ी। लंबे समय तक यह सब करने के बाद मुंबई का रुख किया। टीवी में सबसे पहले सीरियल में रोल मिला। वहां से चलते-चलते अब इस फिल्म तक की यात्रा तय कर पाया हूं। वेब सीरीज में भी काम कर चुका हूं। इस बीच जो भी काम मैंने किया है, उनमें से कई सारे काम मुझे ऐसा लगता है कि मैंने उनमें अपना सौ फ़ीसदी दिया है। अब तक उनमें जिस कैरेक्टर की मांग थी वही उनमें नजर आता है जीत सिंह नहीं। मेरे अपने अब तक के किए गए कामों के अलावा इस फिल्म से भी मुझे वही संतुष्टि है कि मैंने चरना के किरदार को अच्छे से जिया है। बाकी तो दर्शकों और समीक्षकों पर निर्भर करता है कि कहां… क्या… कम… ज्यादा उन्हें नजर आया। मैं अपने अब तक के सिनेमाई सफर से खुश और संतुष्ट हूँ। पंजाबी इंडस्ट्री में अमरदीप सिंह के साथ ही ‘जोरा 10 नंबरिया’ और ‘जोरा 10 नंबरिया पार्ट 2’ में काम किया है मैंने। यह मेरी तीसरी फिल्म भी उन्हीं के साथ आ रही है। इसके अलावा दो पंजाबी म्यूजिक एल्बम में काम कर चुका हूं। आगे भी अमरदीप सिंह के अलावा ‘किस्मत’ फिल्म के डायरेक्टर ‘जगदीप’ जी जैसे लोगों के साथ काम करना चाहूंगा। कुल मिलाकर मैं अपने अब तक के कामों से संतुष्ट हूं।
सवाल – इंडस्ट्री में जाने पर परिवार वालों का कितना सहयोग मिला?
जवाब – मेरी किस्मत इस मामले में काफी अच्छी रही है। उन्होंने (परिवार वालों ने) हमेशा मेरा सहयोग किया। उन्होंने बेवजह कोई रोक-टोक नहीं लगाई। मैं जो करना चाहता था वह उन्होंने मुझे करने दिया। उन्होंने कोई रास्ता बना कर नहीं दिया कि मुझे क्या करना चाहिए? उन्होंने रास्ते देखने कि, उन्हें चुनने कि मुझे आजादी दी हमेशा। फिर जो मेरा सपना था वह उनका सपना बन गया। जब मेरा पहला सीरियल आया तो उन्हें काफी खुशी हुई और बड़े गर्व से उन्होंने गांव वालों को इसके बारे में बताया। अब फिल्म का भी काफी बेसब्री से इंतजार है उन सबको। मेरी किस्मत हमेशा से इस बात में अच्छी रही है कि मुझे हमेशा अच्छे लोग मिले।
सवाल – एक्टिंग के अलावा डायरेक्टिंग का कोई ख्याल?
जवाब – मैंने एक शॉर्ट फिल्म बनाई है। हालांकि घर में ही उसे शूट किया गया, हॉरर तरीके से कैमरे लगाकर। उसमें कुछ शॉट्स मैंने डिजाइन किए थे। लेकिन पूरी तरह से इस बारे में बात करूं तो डायरेक्टिंग के मामले में नहीं सोचा अभी तक। शायद मैं उस स्तर तक नहीं पहुंच पाया हूं कि मैं एक डायरेक्टर वाला दिमाग अच्छे से इस्तेमाल कर सकूँ। डायरेक्टर को काफी कुछ सोचना पड़ता है। अभी मेरी दिलचस्पी सिर्फ एक्टिंग में है। मुझे आप मेरा रोल बता दीजिए या उससे जुड़ी जरूरी बातें। बाकी मैं उसे किस तरह प्रेजेंट करना है वो आप मुझ पर छोड़ दीजिए।
सवाल – एक्टिंग का कोई कोर्स किया है?
जवाब – नहीं कोई कोर्स नहीं किया बस काम करता गया और सीखता चला गया।
सवाल – आगे आने वाले प्रोजेक्ट क्या है और लेखन का शौक है?
जवाब – लेखन पूरी तरह से तो नहीं किया कभी। मैं दर्शन और अध्यात्म की अभी जानकारियां ले रहा हूं। इसमें मेरी दिलचस्पी है। उन्हें लेकर में कुछ कोट्स जरूर लिखता हूं। जीवन को जितना भी समझा है अब तक उसको लेकर। लेकिन पूरी तरह साहित्य या कविता आदि अभी नहीं लिखा है। आगे इस बारे में कुछ कर सकूं शायद। आगे जो प्रोजेक्ट आने वाले हैं उनमें एक वेब सीरीज है। जो संभवत जनवरी फरवरी तक रिलीज होगी। उसमे मेरा ग्रे शेड के साथ मिला हुआ एक पॉजिटिव किरदार देखने को मिलेगा। 7 एपिसोड की यह सीरीज होगी।
सवाल – ‘मरजाने’ फ़िल्म से पहले आप ‘हिडन’ वेब सीरीज में भी नजर आए उसके दूसरे सीजन में भी दर्शक आपको देख सकेंगे? आपको काफी तारीफ़ें भी उस सीरीज के लिए मिली थी।
जवाब – जी धन्यवाद उन तमाम दर्शकों का, समीक्षकों का जिन्होंने उस सीरीज में मेरे द्वारा निभाए गए किरदार की तारीफ की थी। और अब इसका दूसरा सीजन बनने जा रहा है। उसमें भी अभी तक पूरी संभावना है कि मैं उसमें नजर आऊँ। सीरीज के डायरेक्टर से भी बात हुई है। यह सीरीज पहले सीजन से कहीं ज्यादा बड़े स्तर पर रिलीज की जाएगी। मेरे कैरेक्टर में भी इस बार काफी बदलाव दर्शकों को देखने को मिलेगा।
सवाल – फ़िल्म इंडस्ट्री की यंग जनरेशन को आप क्या सुझाव देंगे। क्योंकि आप भी यंग जनरेशन से है इसी नाते कुछ सुझाव या सलाह?
जवाब – उनके लिए बस यही कहना चाहूंगा कि इस क्षेत्र में आप तभी आइए, जब आपको लगे कि इसके बिना आपको कहीं खुशी नहीं मिलेगी। जब आपको लगे कि मुझे यही करना है। और कल को जब मैं इस दुनिया से जाऊं तो आपको यह न लगे कि मैंने अपने सपनों पर काम नहीं किया। तो आप मेहनत, लगन के साथ-साथ दृढ़ इच्छाशक्ति को मिलाते हुए मानसिक रूप से सोच-विचार करने के बाद ही इस दिशा में कदम बढ़ाएं। अपनी क्षमताओं को बढ़ाने का प्रयास आपको करना ही होगा, जुनून के साथ। फिर आपका रंग, कद, काठी कैसी भी हो मायने नहीं रखती। इंडस्ट्री आपको अपनी योग्यता के दम पर हमेशा आपका स्वागत करेगी। बाकी मैं आखिर में अपने निर्देशक अमरजीत सिंह जी को धन्यवाद देना चाहूंगा कि उन्होंने मुझे इस कैरेक्टर के लायक समझा। और एक बड़ा ब्रेक मुझे उनके माध्यम से मिला। यह मेरे जैसे स्ट्रगलिंग एक्टर के लिए एक सुनहरा अवसर है, जो उन्होंने मुझे दिया। इसके लिए मैं हमेशा उनका आभारी रहूंगा क्योंकि इस रोल से मुझे काफी कुछ सीखने को भी मिला है।